नजीबाबाद से सपना वर्मा की रिपोर्ट
नजीबाबाद कस्बा जलालाबाद निवासी महबूब अहमद को दिल्ली के इंटरनेशनल कल्चर सेंटर में लोकसभा सदस्य मेनका गांधी द्वारा एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। ये अवार्ड यूरेशिया एजुकेशन लिंक को मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में भारतीय बच्चो को विदेश में बेहतर सर्विस देने व यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय बच्चो को यूक्रेन रूस के युद्ध क्षेत्र से बचाकर पोलैंड तक रेस्कयू करने में योगदान देने पर दिया गया आपको बता दे महबूब अहमद यूरेशिया एजुकेशन लिंक के मैनेजिंग डायरेक्टर है व अपने छोटे भाई सीईओ डॉ. मसरूर के साथ विदेशों में भी सस्ती चिकित्सा शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इस अवसर पर महबूब अहमद ने कहा हम छात्रों को विदेशी भूमि पर अकेला नहीं
छोड़ते हैं और जब भी वे बुरी परिस्थितियों का सामना कर रहे होते हैं तो उन्हें समर्थन देने के लिए उन पर नज़र रखते हैं। हमारे लिए, वे सिर्फ महत्वाकांक्षी छात्र नहीं हैं, बल्कि अपने माता-पिता के प्यारे बच्चे हैं और वे विदेशी देशों में देखभाल के पात्र हैं।
इसीलिए हमने अपने छात्रों को यूक्रेन में अकेला नही छोड़ा जैसे ही युद्ध विराम होता था तभी हम सवेरे ही बच्चो को निकाल कर पोलैंड तक पहुँचा देते थे उन्होंने आगे बताया यूरेशिया एजुकेशनल लिंक ने छात्रों को उनकी पाठ्यक्रम यात्रा के दौरान सहयोग प्रदान करने और उन्हें विदेश में सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने में मदद करने की पहल की है। ये काम यूरेशिया एजुकेशन लिंक की अत्यधिक अनुभवी परामर्शदाता व टीम विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों की व भारत में अभिभावकों की शिक्षा व वित्तीय सहायता कर समन्वय स्थापित करते है।
इसी क्रम में महबूब अहमद को दिल्ली के इंटरनेशनल कल्चर सेंटर में लोकसभा सदस्य मेनका गांधी द्वारा एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया यूरेशिया एजुकेशन लिंक को भारत में विदेश में सर्वश्रेष्ठ एमबीबीएस सलाहकार माना जाता है । पूरे भारत में अपनी 38 शाखाओं से, यूरेशिया ने 20,000 से अधिक छात्रों को दुनिया भर के शीर्ष चिकित्सा विश्वविद्यालयों में शिक्षा हासिल करने में भारतीय बच्चो की मदद की है।