चैनल चीफ विनोद शर्मा की रिपोर्ट
बाल ज्ञान निकेतन इण्टर कॉलेज बास्टा में 78 वॉ स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ झण्डा गीत व ध्वजारोहण द्वारा किया गया। अतिथियों द्वारा देश के अमर शहीदों के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। आजादी के अमृत महोत्वस में छात्र – छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, स्वागत गीत, ऊँगली पकड़कर कर चलना सिखाया, हिन्दी भाषण , हर करम अपना करेंगें, कन्या भ्रुण हत्या, अंग्रेजी भाषण, मेरे प्यारे वतन सलामत रहे आदि मनमोहक प्रस्तुतिकरण अलफिशा, सोफिया, अलफिया, सॉची , अनम कासिफा, दिव्यांशी शर्मा, आयशा हुमैरा , उज्जवल, शिवम , डेविड , अभिनव , प्रेरणा आदि छात्रों द्वारा किया गया। चन्द्र प्रकाश सिंह द्वारा अतिथियों का परिचय कराया गया। विद्यालय प्रबन्धक सुनील दत्त शर्मा ने बताया कि हम “सत्यमेव जयते” के संदेश पर चलकर अपने विचारों और कर्मों में सच्चाई और न्याय की अनिवार्यता समझें और राष्ट्र और समाज के विकास में योगदान दें। आइए, स्वतंत्रता दिवस इस संकल्प को आत्मसात करें और भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करें। कार्यक्रम अध्यक्ष चौधरी ब्रजपाल सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में दिया गया ‘इंकलाब जिंदाबाद’ वह नारा है, जिसने प्रत्येक भारतीय की रग में आजादी के लिए जोश भर दिया था। हमारे क्रांतिकारियों के विचार हमें देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने के लिए प्रेरित करते हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ पंकज भारद्वाज ( प्रधान सम्पादक सांध्या दैनिक पब्लिक इमोशन ) ने बताया कि हमें भाषा, क्षेत्र, धर्म और जाति के भेदभाव को मिटाकर अपने देश की प्रगति और समृद्धि के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए और हमारे सांस्कृति और सामाजिक मूल्यों को संजोकर रखना चाहिए। मंच संचालन अलफिशा खानम और ज़ारा खान द्वारा किया गया। कार्यक्रम में हीना शेख, राजवीर सिंह, रोहित कुमार गुप्ता, गौरव भारद्वाज, रवि कुमार गुप्ता, सहदेव , कुबेर शर्मा, अर्शी खान आदि अतिथी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राइमरी की प्रधानाचार्या दीपा शर्मा, गौरव चौहान, अलीशा खान, पूनम चौधरी , सतेन्द्र सिंह, अरविन्द सिंह, अभयजीत कौशिक, पुष्पेन्द्र, मौ. मोहसिन, मौ. मुशीर , समर पाल सिंह यादव, कुलदीप सागर , कुलदीप आर्य, रविन्द्र सिंह, जीनत अंसारी, चित्रा सारस्वत, सदफ सूलतान, छाया, रुही, उजमा खान, फजिलत , सुषमा, सबा, कामिनी, विवेक शर्मा आदि का योगदान रहा।