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भामाशाह त्याग एवं दानवीरता के कारण इतिहास में हुए अमर (अरुण वर्मा) - 24 न्यूज़ इन India

भामाशाह त्याग एवं दानवीरता के कारण इतिहास में हुए अमर (अरुण वर्मा)

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स्योहारा से संजय शर्मा की रिपोर्ट✍️

स्योहारा। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण कुमार वर्मा ने एक प्रेस वार्ता में बताया जैसा कि सर्व विदित है भामाशाह अपने त्याग एवं दानवीरता के कारण इतिहास में अमर हो गए हैं। ज्ञात हो कि भामाशाह जी ने महाराणा प्रताप को राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी सारी जमा पूंजी दान कर दी थी। भामाशाह जी की दानवीरता के किस्से आज भी व्यापारी समाज को प्रेरणा देते हैं। उन्होंने बताया व्यापारी समाज सेठ साहू जी और भामाशाह के रूप में जाना जाता रहा है तथा उसी रूप में वह अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए सदैव स्वदेश व संस्कृति की रक्षा व जरूरतमंदों की सेवा के लिए तत्पर रहा है। हाल ही में कोविड- कॉल के समय में व्यापारियों ने अपनी सेवा भाव को साकार करके दिखाया है। व्यापारी समाज के सम्मान हेतु लोक हित के लिए अपना सर्वस्व अपना दान करने वाले व्यापारी समाज के प्रेरणा स्…
[4:31 pm, 29/06/2023] Vinod Sharma Chandpur: स्योहारा उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण कुमार वर्मा ने एक प्रेस वार्ता में बताया जैसा कि सर्व विदित है भामाशाह अपने त्याग एवं दानवीरता के कारण इतिहास में अमर हो गए हैं। ज्ञात हो कि भामाशाह ने महाराणा प्रताप को राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी सारी जमा पूंजी दान कर दी थी। भामाशाह की दानवीरता के किस्से आज भी व्यापारी समाज को प्रेरणा देते हैं। उन्होंने बताया व्यापारी समाज सेठ साहू और भामाशाह के रूप में जाना जाता रहा है तथा उसी रूप में वह अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए सदैव स्वदेश व संस्कृति की रक्षा व जरूरतमंदों की सेवा के लिए तत्पर रहा है। हाल ही में कोविड- कॉल के समय में व्यापारियों ने अपनी सेवा भाव को साकार करके दिखाया है। व्यापारी समाज के सम्मान हेतु लोक हित के लिए अपना सर्वस्व अपना दान करने वाले व्यापारी समाज के प्रेरणा स्रोत भामाशाह की जयंती 28 जून को जैसे कि शिक्षक दिवस श्रमिक दिवस आदि की तर्ज पर व्यापारी दिवस घोषित किया जाए। उन्होंने आगे बताया कि भामाशाह का जन्म राजस्थान के मेवाड़ राज्य में 28 जून 1547 को ओसवाल जैन बनिया परिवार में हुआ था। भामाशाह अपनी दानवीरता से त्याग और मातृभूमि से विशेष प्रेम के साथ-साथ महाराणा प्रताप का आजीवन साथ देने के प्रसिद्ध है। मुश्किल के दिनों में महाराणा प्रताप को अपनी संपूर्ण धनसंपदा दान करने वाले महापुरुष भामाशाह ही थे। जिन्होंने मेवाड़ का आत्मसम्मान भी बढ़ाया था। ऐसी आशा का पत्र उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा है।

वेब पोर्टल चैनल इन चीफ विनोद शर्मा

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