नजीबाबाद से सपना वर्मा की रिपोर्ट✍️
नजीबाबाद में भगवान सत्यनारायण मंदिर व अग्रवाल सभा के रास्ते पर अनैतिक रूप से सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल की मैनेजिंग कमेटी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य को अग्रवाल सभा के पदाधिकारियों द्वारा रुकवाया गया। अग्रवाल सभा कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि नगर के मोहल्ला मजीदगंज स्थित एक आराजी भगवती प्रसाद की एवं राम रक्षपाल की थी । भगवती प्रसाद ने अपनी आराजी अग्रवाल सभा नजीबाबाद व मंदिर भगवान सत्यनारायण को दी थी। तथा राम रक्षपाल ने अपनी आराजी सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल को दी थी। दिनांक 1- 7 – 1951 के पंजीकृत बंटवारे के अनुसार भगवान सत्यनारायण मंदिर, धर्मशाला व सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल का मुख्य द्वार व द्वार के ऊपर की मिलकियत भगवती प्रसाद की थी। जो कि अब भगवान सत्यनारायण मंदिर व अग्रवाल सभा की है। भगवान सत्यनारायण का मंदिर नजीबाबाद का एकमात्र भगवान सत्यनारायण का मंदिर है। जोकि बहुत अधिक प्राचीन है। सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल की मैनेजिंग कमेटी पूर्व में भी मुख्य द्वार पर गलत ढंग से कभी तोड़फोड़ व अवैध निर्माण कार्य करने की कोशिश कर चुकी है। इस संबंध में अग्रवाल सभा कमेटी द्वारा पूर्व में भी प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल की मैनेजिंग कमेटी अपनी हरकतों से बाज नहीं आती है। रविवार को भगवान सत्यनारायण मंदिर के पुजारी द्वारा अग्रवाल सभा कमेटी के पदाधिकारियों को फोन पर सूचना दी गई की सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल की मैनेजिंग कमेटी द्वार पर कुछ निर्माण कार्य करने जा रही है। जिस पर अग्रवाल सभा के पदाधिकारी प्रधान राकेश गर्ग एडवोकेट, अमित अग्रवाल, गगन अग्रवाल, गौरव अग्रवाल एडवोकेट, मनोज मंगल, रुचिर अग्रवाल आदि मौके पर पहुंचे। अग्रवाल सभा के पदाधिकारियों ने उक्त निर्माण कार्य को रुकवाया व सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल की कमेटी को अनैतिक रूप से कोई भी निर्माण कार्य ना करने की हिदायत दी। उधर भगवान सत्यनारायण मंदिर के मुख्य द्वार पर अनैतिक रूप से निर्माण कार्य को लेकर अग्रवाल समाज व सनातन धर्म के लोगों में काफी लोगों में रोस व्याप्त है।