भागूवाला से अमित कुमार रवि की रिपोर्ट✍️
नजीबाबाद क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम राजगढ़ में काफी लंबे समय से लोग बंदरों के आतंक से परेशान हैं। हालात ऐसे हैं कि यह बंदर अब तक कई महिला व पुरुष और बच्चों को काटकर घायल कर चुके हैं। जिससे लोग घरों की छतों पर भी जाने से डरने लगे हैं।
लेकिन जिम्मेदार इन बंदरों को पकड़ने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहे हैं। दुकान से सामान खरीद कर आने जाने वाले लोगों पर बंदरों का झुंड हमला बोल देता है। और उनके हाथ से सामान छीन कर ले जाते हैं। कई बच्चों को तो बंदर पहले भी जख्मी कर चुके हैं। आलम यह है कि लोगों ने छत पर आना जाना भी बंद कर दिया है। गांव वाले अपने बच्चों को अकेला बाहर आने जाने से भी डर रहे हैं। इसी बीच बंदरों की संख्या भी बढ़ गई है। एक तरफ जहां बंदर सड़क के आसपास ठेला लगाने वाले दुकानदारों के सामान इत्यादि उठा ले जाते हैं। वहीं कई बार यह आते जाते लोगों पर हमला भी बोल देते हैं। रविवार दिन के 10 बजे महिपाल सिंह अपनी छत पे बैठे हुए थे और अचानक से बंदरों ने हमला कर दिया ग्राम राजगढ़ में अपनी छत पर बैठे हुए थे, तभी अचानक बंदरों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया और और काट भी लिया है और महिपाल सिंह को जख्मी कर दिया है । शोर मचाने पर आसपास के ग्रामीणों ने बंदरों से उन्हें बचाया। आलम यह है कि बंदरों ने गांव वालों का जीना दुश्वार कर रखा है। लोगों ने वन विभाग से बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग की है। ओर नेत्रपाल सिंह ने 1076 पे कॉल करके शिकायत की 1076 पे भी नही होई कोई सुनवाई। और महिपाल सिंह राजगढ़ की वन विभाग के कार्यालय में गए तो वहां पर सुरेश चंद जोशी वन रेंजर नहीं थे नही थे अपने कार्यालय पे कार्यालय में मिला फॉरेस्ट गार्ड मेघनाथ सिंह फॉरेस्ट गार्ड को महिपाल सिंह ने अपने जख्म दिखाएं ओर मालूम करा इसका जिम्मेदार कौन है तो कुछ जबाब नही दिया और फॉरेस्ट गार्ड मेघनाथ सिंह ने एप्लीकेशन लिखी और ग्रामीण के साइन कराएं ग्रामीणों को बोल दिया आप लोग घर जाओ देखना यह है वन विभाग वाले कार्यवाही करते हैं या नहीं ग्रामीण मौजूदा महिपाल सिंह दुर्गेश शेखर सुनील रोहतास प्रिंस जयराम सिंह सचिन आदि मौजूद रहे।