चांदपुर नगर व क्षेत्र में आम के हरे-भरे पेड़ काटने का सिलसिला बादस्तूर है जारी, पेड माफियाओं का कहना है कि सैया भये रेंजर तो डर काहे का

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चैनल चीफ विनोद शर्मा की रिपोर्ट

नगर व क्षेत्र में आम के हरे-भरे पेड़ काटने का सिलसिला बादस्तुरपुर जारी है। चांदपुर नगर के चारों ओर आम के हरे-भरे पेड़ प्लाटिंग करने के नाम पर सरेआम काटे जा रहे हैं। जबकि सरकार की ओर से आम के हरे भरे पेड़ काटने पर पूर्णतया पाबंदी लगी हुई है। प्रतिदिन नगर व क्षेत्र में पेड़ों के ठेकेदार मिली भगत कर के हरे भरे पेड़ काट रहे हैं। जब कि पेड़ों के काटने की सूचना वन विभाग को दी जाती है तो वन विभाग ठेकेदारों पर बहुत मामूली सी रकम की रसीद काटकर इतिश्री कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।ऐसा ही पुनःचांदपुर बिजनौर रोड पर गोरा गार्डन के सामने 1 जनवरी सोमवार को कुछ ठेकेदारों

द्वारा करीब 12 पेड़ हरे भरे आम के दिन दहाड़े काटकर गिरा दिए गए हैं।सूचना पर विधान केसरी संवाददाता ने मौके पर पहुंचकर फोन पर जानकारी ली तो जमीन स्वामी परम सिंह ने बताया कि वह इस जमीन का स्वामी है उसने नईम ठेकेदार मसीत क्षेत्र निवासी को अपने पेड़ बेच दिए हैं। जमीन स्वामी परम सिंह ने विभाग से परमिशन लेकर पेड़ काटना बताया जबकि आम के हरे-भरे पेड़ काटने की कोई परमिशन विभाग से नहीं मिलती है।लेकिन ठेकेदार लोग विभाग को फल विहीन पेड़ और पेड़ों की जड़ में दीमक लगी बताकर मिली जुली भगत से पेड़ों को काटकर ले जाते हैं। विभाग वन से शिकायत करने पर रसीद काटने की बात कह दी जाती है। मौके पर कुछ लोगों ने बताया की विभाग द्वारा पेड़ काटने से पहले ही पेड़ों की लंबाई मोटाई नाप ली गई थी ताकि इस तरह से जुर्माने की रसीद काटी जा सके पेड़ काटने की सूचना बिजनौर मुख्य कार्यालय को भी पहले दी जा चुकी है लेकिन पेड़ माफियाओं पर छोटी-मोटी जुर्माने की रसीद काटकर इति श्री कर ली गई है। वन विभाग से शिकायत करने के बावजूद भी आम के हरे-भरे पेड़ काटने की प्रक्रिया रुकने का नाम नहीं ले रही है। वन विभाग और पेड़ माफिया शासन और प्रशासन को अंगूठा दिखाकर अपना पेट भरने पर लगे हुए हैं।अगर शासन प्रशासन जांच पर उतर आए तो जनपद में सबसेअधिक आम के हरे-भरे पेड़ चांदपुर क्षेत्र में काटे जा रहे हैं। पेड़ माफियाओं पर सिर्फ जुर्माने की रसीद काटने के अलावा कोई कार्यवाही नहीं होती है।

वेब पोर्टल चैनल इन चीफ विनोद शर्मा

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