मध्य प्रदेश प्रभारी, अनुराधा शर्मा की रिपोर्ट
माइक्रो फाइनेंस इंडस्ट्री नेटवर्क द्वारा शंकरपुर, उज्जैन में वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का कराया गया आयोजन।
वित्तीय जागरूकता ही सशक्त समाज की आधारशिला है माइक्रो फाइनेंस इंडस्ट्री नेटवर्क (MFIN) जो कि भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा मान्यता प्राप्तएनबीएफसी-एमएफआई के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का स्व-नियामक संगठन है ने आज शंकरपुर, यह उज्जैन में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के लोगों को वित्तीय विषयों पर जागरूक बनाना और आत्मनिर्भर बनाना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन MFIN के रीजनल हेड धीरज सोनी ने किया। उन्होंने कहा, “वित्तीय साक्षरता किसी भी व्यक्ति के जीवन की आधारशिला है। यह कार्यक्रम लोगों को उनके वित्तीय निर्णयों में समर्थ बनाएगा और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देगा।” उन्होंने यह भी जानकारी दी कि देवास जिले में 38 माइक्रो फाइनेंस कंपनियाँ कार्यरत हैं जो सभी RBI द्वारा विनियमित हैं।
इस अवसर पर आरबीएल फिनसर्व के हेड वेद प्रकाश शुक्ला ने बताया कि, “यदि किसी ग्राहक को सेवा से संबंधित कोई शिकायत हो तो वह लोन कार्ड में दिए गए ‘ग्राहक शिकायत निवारण नंबर’ या MFIN के टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। हम पारदर्शिता और ग्राहक संतुष्टि के लिए प्रतिबद्ध हैं।”कार्यक्रम में वित्तीय शिक्षा के पाँच प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई
बचत एवं निवेश के सही विकल्प
ऋण प्रबंधन और सावधानी
बजट बनाना और खर्च पर नियंत्रण
बीमा योजनाओं की जानकारी
वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव के उपाय
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जनपद सदस्य जाह्नवी सत्यनारायण राठौर थीं। अन्य प्रमुख अतिथियों में संतोष सिंह (साइबर एवं वित्तीय साक्षरता प्रभारी, उज्जैन), राजेन्द्र ठाकुर, और सपना लांबा (एचडीएफसी बैंक) शामिल रहे। सभी ने अपने वक्तव्यों में वित्तीय साक्षरता को समय की आवश्यकता बताया और विशेषकर महिलाओं से अपील की कि वे सोच-समझकर ऋण लें और समय पर पुनर्भुगतान करें।
यह कार्यक्रम सस्वस्ति माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया गया। MFIN ने भविष्य में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को जारी रखने का संकल्प लिया है, जिससे समाज के हर वर्ग तक सही वित्तीय जानकारी पहुँच सके और अनधिकृत संस्थाओं द्वारा किए जा रहे भ्रामक प्रचार पर रोक लग सके।