प्रेम रावत फाउंडेशन के पीस एजुकेशन कोर्स में तृप्ति और आशा पर गहन चर्चा हुई

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चैनल चीफ विनोद शर्मा की रिपोर्ट

प्रेम रावत फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित पीस एजुकेशन कोर्स के पांचवें दिन, कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों ने तृप्ति और आशा के महत्वपूर्ण विषयों पर उत्साहपूर्वक चर्चा की। इस कार्यक्रम ने जीवन में इन दोनों गुणों की भूमिका को गहन स्पष्टता के साथ समझाया।
प्रेम रावत ने अपने विचारों को साझा करते हुए बताया कि जीवन की चुनौतियों के सामने अक्सर असंतोष उत्पन्न होता है। हालांकि, यदि हम अपने भीतर स्पष्टता से झांकें, तो हमें यह एहसास होगा कि शांति और तृप्ति हमारे भीतर ही निवास करती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तृप्ति का अर्थ परिस्थितियों से समझौता करना नहीं है, बल्कि जीवन में जो कुछ भी उपलब्ध है, उसे खुले हृदय से स्वीकार करना है। जब यह समझ स्पष्ट होती है, तो आशा स्वतः ही जन्म लेती है।
उन्होंने आगे कहा कि कठिन परिस्थितियों में आशा ही वह शक्ति है जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। जब व्यक्ति अपने भीतर शांति और संतोष को पहचानता है, तो वह भविष्य के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करता है, निराशा को पीछे छोड़ता है और जीवन के नए अवसरों का स्वागत करता है। प्रेम रावत के अनुसार, आशा केवल एक भावना नहीं है, बल्कि यह जीवन की दिशा निर्धारित करने वाली एक शक्तिशाली शक्ति है।
कार्यक्रम के समापन पर, द प्रेम रावत फाउंडेशन के स्वयंसेवकों वी. एम. पाठक और नंदकिशोर तिवारी ने वीडियो के माध्यम से अपने विचारों को साझा किया। कॉलेज प्रबंधन ने भविष्य में भी “पीस एजुकेशन कोर्स” को जारी रखने की योजना पर विचार किया। आज की कार्यशाला में 55 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जो कार्यक्रम की सफलता और प्रभावशीलता को दर्शाता है।
सत्र के सफल समापन पर, प्रेम रावत फाउंडेशन (TPRF) की ओर से सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर, स्कूल प्रिंसिपल हरवीर सिंह ने द प्रेम रावत फाउंडेशन की पीस एजुकेशन टीम के सभी सदस्यों को सम्मानित किया और धन्यवाद ज्ञापित किया। कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल प्रशांत तोमर ने भी टीम द्वारा प्रदान किए गए इस अवसर के लिए सभी अध्यापकों को धन्यवाद दिया। यह कार्यक्रम जीवन में तृप्ति और आशा के महत्व को रेखांकित करते हुए एक सार्थक अनुभव साबित हुआ।
कार्यक्रम में कुलवेंद्र सिह, शिखा रानी, अनूपा रानी, कावेंद्र सिंह, सुधांशु शर्मा, पवनलता आदि विद्यालय स्टॉफ का सहयोग रहा।

वेब पोर्टल चैनल इन चीफ विनोद शर्मा

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