भगवन्त ग्रुप द्वारा शकुंतला डिग्री कॉलेज में नव निर्मित मंदिर में माँ सरस्वती एवम अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं में की गई प्राण प्रतिष्ठा

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चैनल चीफ विनोद शर्मा की रिपोर्ट

भगवन्त ग्रुप द्वारा शकुंतला डिग्री कॉलेज में नव निर्मित मंदिर में माँ सरस्वती एवम अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं में प्राण प्रतिष्ठा की गई ।महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी के मार्गदर्शन में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
भगवन्त ग्रुप की स्थापना वर्ष के 25 वर्ष पूर्ण होने पर भगवन्त ग्रुप रजत जयंती समारोह मना रहा है। जिसके उपलक्ष्य में भगवंत पब्लिक स्कूल व शकुंतला डिग्री कॉलेज के प्रांगण में भगवंत ग्रुप के चेयरमैन डॉ०अनिल सिंह द्वारा एक भव्य सरस्वती माता का मंदिर स्थापित किया गया जो राजस्थानी पत्थरों द्वारा तथा राजस्थानी कला में बना है। मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का यह कार्यक्रम रामनवमी के शुभ अवसर पर आयोजित किया गया।
नव निर्मित शकुन्तला सरस्वती मंदिर में माँ सरस्वती व अन्य 11 देवी-देवताओं की प्रतिमाओं में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी रहे। उनके साथ संत समाज के प्रबुद्ध ज्ञानी संत जन उपस्थित रहे। डॉ अनिल सिंह व उनके पुत्र डॉ विभांशु विक्रम सिंह व चेयर पर्सन डॉ आशा सिंह, उनकी पुत्रवधु अंजली सिंह, इंजीनियर राकेश कुमार ने महामंडलेश्वर का फूल- मालाओं से माल्यार्पण करते हुए स्मृति चिन्ह भेंटकर अभिनंदन व स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ कावेन्द्र यादव व दीपक कुमार ने किया। शैफाली ने माँ सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की। वैदिक आर्य कन्या गुरुकुल की ब्रह्मचारिणी बहनों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
डॉ अनिल सिंह व ड़ा0 विभांशु विक्रम ने सभी सन्त जनों का फूलमालाओं व पटका पहनाकर स्वागत किया।
मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन भगवन्त चौक पर स्थित नवनिर्मित शकुंतला सरस्वती मंदिर में प्रातः 10:00 बजे विशाल हवन यज्ञ के साथ किया गया। शकुन्तला डिग्री कॉलेज का परिसर वैदिक मंत्रो के उच्चरण एवम हवन कुंड से निकलने वाली ऊर्जा से भक्तिमय हो गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर श्री यतींद्रानंद जी जूना अखाड़े के सम्मानित व वरिष्ठ आध्यात्मिक ज्ञाता हैं। महामंडलेश्वर ने अपने उदबोधन में कहा कि हिंदू धर्म में प्राण प्रतिष्ठा से पहले कोई भी मूर्ति पूजा के योग्य नहीं मानी जाती है बल्कि निर्जीव मूर्ति मानते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के जरिए उनमें शक्ति का संचार करके उन्हें देवी-देवताओ के स्वरूप में बदला जाता है। इसके बाद वो पूजा और भक्ति के योग्य बन जाती है। फिर लोग इन मूर्तियों की पूजा कर सकते हैं।
महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज ने अपने प्रवचनों में भक्तों से कहा कि हमे अपने जीवन में हमेशा आध्यात्मिक को आधार बनाना चाहिए आध्यात्मिकता से ही हमें शांति और आनंद की प्राप्ति हो सकती है। जब हमें परेशानियों ने घेरा हो और कोई सही मार्ग न दिखाई दे तब हमें ईश्वर की शरण में ही आना चाहिए अपनी सारी परेशानियां ईश्वर पर छोड़ देनी चाहिए । स्वामी जी ने डॉ अनिल सिंह के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यो की मंच से प्रसंशा की। स्वामी जी ने डॉ अनिल सिंह से भविष्य में हनुमान कथा आयोजित कराने की योजना बनाने के लिए कहा।

भक्तजनो ने स्वामी जी के प्रवचन सुने और आध्यात्मिक ज्ञान गंगा में गोता लगाकर भक्तजनों ने महामंडलेश्वर का आशीर्वाद प्राप्त किया। सभी भक्तों ने विशाल भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित हुए जिनमे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक देवेंद्र कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक दीप्तिमान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड संचालक संजीव कुमार खंड संघ चालक गौरव कुमार चांदपुर नगर के नगर संघचालक कृष्ण कुमार खंड कार्यवाह सुनील कुमार आदि आरएसएस के कार्यकर्ता पूर्व विधायक कमलेश सैनी, पूर्व राज्यमंत्री महावीर सिंह, ब्लाक प्रमुख लोकेंद्र चौधरी, काशीपुर की मेयर उषा सिंह, अवनीश त्यागी, सुमन त्यागी, सुशील त्यागी प्रबंधक आर्य वैदिक कन्या गुरुकुल, गुरुकुल कन्या विद्यालय मूढाल से कोशेन्द्र, ग्राम प्रधान इस्माईलपुर रामवीर सिंह आदि उपस्थित रहे।

वेब पोर्टल चैनल इन चीफ विनोद शर्मा

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