ग्राम मसीत और इब्राहिमपुर के तालाब में प्रतिबंधित मांगुर मछली मिलने से प्रशासन में मचा हड़कंप

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चैनल चीफ विनोद शर्मा की रिपोर्ट✍️

चांदपुर,
ग्राम मसीत और इब्राहिमपुर के तालाब में प्रतिबंधित मांगुर मछली मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तालाब में जाल डलवाया तथा बरामद मांगूर मछलियों को जमीन में गड्ढा खुदवाकर नष्ट करवा दिया। तहसील चांदपुर अंतर्गत ग्राम मसीत निवासी अबरार पुत्र छिद्दू ने तहसील प्रशासन को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि ग्राम मसीत तथा इब्राहिमपुर के तालाब में मोहम्मद आमिर पुत्र यामीन निवासी मसीत ने प्रतिबंधित मंगूरा मछली पाल रखी है। जो कि कानूनी रूप से अवैध है। शिकायतकर्ता अबरार की शिकायत पर नायब तहसीलदार, हल्का लेखपाल, जिला मत्स्य विभाग अधिकारी साजिद हुसैन तथा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उक्त तालाबों में जाल डलवाया। जिस पर जाल में प्रतिबंधित मंगूरा मछली बरामद हुई। बता दें कि (एनजीटी) राष्ट्रीय हरित क्रांति न्यायाधिकरण ने निर्देश जारी किए थे कि प्रतिबंधित मांगुर मछली को तुरंत नष्ट कराया जाए। जिस पर भारत सरकार ने सन 2000 में देशभर में मांगूर मछली के पालने तथा बेचने पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया था। क्योंकि थाईलैंड विकसित मांगुर मछली से तालाब का तो पर्यावरण खराब होता ही है। साथ ही साथ मनुष्य की सेहत पर भी काफी घातक बीमारी फैलने का डर लगा हुआ है। चिकित्सा विभाग द्वारा बताया गया कि थाई मांगूर मछली के सेवन से मनुष्य को कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोग, अर्थराइटिस आदि जैसी भयंकर बीमारी हो रही हैं। एनजीटी का कहना है कि मनुष्य के जीवन के लिए मांगूर मछली का सेवन घातक सिद्ध हो रहा है। जिला मत्स्य विभाग अधिकारी साजिद हुसैन द्वारा तालाब से बरामद मांगुर मछलियों को पकड़वा कर जमीन में गड्ढा खुदवा कर उन्हें विनिष्टीकरण करवा दिया गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अन्य तालाबों की जांच करा कर प्रतिबंधित मंगूरा मछली को नष्ट कराने की मांग की है।

वेब पोर्टल चैनल इन चीफ विनोद शर्मा

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