सपना वर्मा की रिपोर्ट
नजीबाबाद में सोमवार को पत्रकारिता दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। नगर मे स्थित संगम मैरिज हाँल मे गोष्ठी का आयोजन कर पत्रकार और पत्रकारिता की दशा पर चर्चा की गई।
गोष्ठी में उपजिलाधिकारी परमानंद झां व साहनपुर पंचायत के पूर्व चेयरमैन खुरशीँद मंसूरी मुख्य अतिथि रहे। गोष्ठी की अध्यक्षता नगर के वरिष्ठ पत्रकार ज़फर जैदी व गोष्ठी का संचालन इंरफान अंसारी द्वारा किया गया। गोष्ठी मे आए मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी परमानंद झां ने कहा कि समाचार में सत्यता, जनहित व संक्षिप्तता का ध्यान अवश्य रखना चाहिये। गोष्ठी मे आए मुख्य अतिथि साहनपुर पूर्व चेयरमैन खुरशीँद मंसूरी ने कहा कि मीडिया कमिँयो ने कोरोना काल मे अपनी जान की परवाह ना करते हुए लोगो तक आक्सीजन पहुचाने का काम किया है। उन्होंने हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर सभी पत्रकारो को मुबारकबाद पेश की। साथ ही कहा कि पत्रकारों के सहयोग से ही जनता की आवाज प्रशासन तक पहुंची है। .और उनकी मदद करने का काम किया है।कार्यक्रम मे नगर के वरिष्ठ पत्रकार एजाज़ अहमद ने कहा कि 30 मई 1826 को पं. जुगल किशोर शुक्ल द्वारा उदण्त मार्तण्ड प्रकाशित किया गया। लेकिन तत्कालीन शासन-प्रशासन और सरकार का शिकार होकर 11 दिसम्बर 1927 को बंद हो गया। नगर के युवा पत्रकार चरनजीत ने कहा कि आज भी हिन्दी पत्रकारिता का समाज में महत्वपूर्ण स्थान है। हिन्दी पत्रकारिता ने समाज के मनोविज्ञान को समझा है। वरिष्ठ पत्रकार जफर जैदी ने कहा कि तिलक, गांधी और भगत सिंह सहित आजादी के दौर के प्रायः सभी क्रांतिकारियों-राजनेताओं ने मिशन के लिए पत्रकारिता का सहारा लिया। वह भी भाषायी पत्रकारिता, खासकर हिंदी पत्रकारिता का, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा सके। वरिष्ठ पत्रकार इंरफान अंसारी ने कहा कि समूचे विश्व में पत्रकारिता आज भी संघर्ष और जज्बे का पेशा है।कार्यक्रम में राजपाल चौहान, धर्मवीर चौहान,नौशाद मुल्तानी, अवधेश शर्मा, ज़की मलिक, शादाब जफर शादाब, विपुल शर्मा, निरपाल सिंह जुनेजा, कपिल अग्रवाल ,विपीन ठाकुर, शहजाद मलिक, कुलदीप मौर ,विकास आर्य नवाब अली, सय्यद जईम हैदर , इमरान मंसूरी, शददन खाँ, विनोद प्रजापति आदि मौजूद रहे।